जब तक आपको सट्टा मटका (सटका मटका) फायदा पहुंचाता है। तब तक तो सब कुछ सही चलता है। लेकिन जैसे ही इससे आपको नुकसान होने लगता है।
उसके बाद आप धीरे-धीरे तनाव व चिंता के शिकार होने लगते हैं। इसके चलते आप परिवार से दूर होने लगते हैं।
इस खेल को खेलने वाले मनुष्य की प्रवृत्ति ऐसी हो जाती है कि उसे कुछ भी सही या गलत समझ में नहीं आता है। उसकी बस एक ही ख्वाइश होती है कि वह किसी भी स्थिति में सिर्फ पैसे ही कमायें।